वॉशिंगटन डी सी। भारत और अमेरिका के बीच असहज रिश्तों को सहज करने अमेरिका गए प्रधानमंत्री मोदी से मिलने से कुछ घंटे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए ट्रेड वॉर को और तेज कर भारत पर भी टैरिफ लगा दिया है। उन्होंने इस आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। ट्रंप का कहना है कि ये शुल्क अमेरिका के दोस्त और दुश्मन, दोनों देशों पर लगेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव और वाणिज्य सचिव को निर्देश दिया है कि वे हर देश के लिए अलग-अलग नए शुल्क का प्रस्ताव दें। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस प्रक्रिया में हफ्तों या महीनों लग सकते हैं। इसलिए अभी यह साफ नहीं है कि ये शुल्क कब से लागू होंगे। ट्रंप ने अपने बयान में भारत का नाम भी लिया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के लगभग हर देश से ज्यादा शुल्क लगाता है। ऐसे में हमने भी भारत पर टैरिफ लगा दिया है।
ट्रंप ने यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी करने से कुछ घंटे पहले की। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, जवाबी शुल्क से भारत कई अन्य प्रमुख व्यापारिक साझेदारों की तुलना में अधिक प्रभावित होगा। पीएम मोदी इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं। आज उनके दौरे का आखिरी दिन है।
ओवल ऑफिस में ट्रंप ने कहा, ‘मैंने निष्पक्षता के लिए फैसला किया है कि मैं पारस्परिक शुल्क लगाऊंगा। इसका मतलब है कि जो भी देश अमेरिका पर शुल्क लगाते हैं, मैं भी उन पर वही शुल्क लगाऊंगा। लगभग सभी मामलों में, वे हमसे कहीं ज्यादा शुल्क ले रहे हैं, लेकिन अब वे दिन गए।’
ट्रंप ने बार-बार हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल जैसे अमेरिकी सामानों पर भारत की ओर से लगाए जाने वाले ज्यादा टैरिफ की आलोचना की है।
इस महीने की शुरुआत में भारत ने मोटरसाइकिल सहित कुछ अमेरिकी प्रोडक्ट पर शुल्क कम करने की घोषणा की थी। इसका मकसद अमेरिका की ओर से होने वाली आलोचनाओं को कम करना था।
ट्रंप ने गुरुवार को स्वीकार किया कि टैरिफ के कारण अमेरिकी कीमतें बढ़ सकती हैं, लेकिन उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अंततः वे कम हो जाएंगी।