2002 में स्वीकृत सड़क निर्माण को पूरा करने के लिए 40 गाँव वालों ने पोखरी तहसील घेरी

पोखरी। पहाड़ों में विकास के यह हाल है कि वहां के मूल निवासियों की सुविधाओं के लिए दशकों पहले स्वीकृत और शिलान्यास हो चुकी सड़कें आज तक नहीं बन पाई हैं, और ऐसी स्वीकृत सड़कों का निर्माण पूरा करने के लिए गाँव वालों को लगातार धरना अनशन करना पड़ रहा है।

नौली-धोतीधार सड़क निर्माण के लिए 40 गाँव के ग्रामीणों ने घेरी तहसील

एक तरफ गैरसैंण में विनायक धार कस्बी नगर सड़क निर्माण के लिए लोग आमरण अनशन कर रहे हैं। जिसमें पिंडर घाटी के जनप्रतिनिधियों और तलवाड़ी, लोलटी, थराली, थाला, कस्बी नगर, हरचंद के गाँव वाले धरनारत्त हैं,  तो दूसरी तरफ चमोली जिले के पोखरी तहसील में नौली-धोतीधार, जो करीब 24 किलोमीटर की सड़क थी, उसके निर्माण को पूरा करवाने के लिए 40 से अधिक गांव के लोगों ने पोखरी में ढोल दमो के साथ तहसील परिसर को घेर लिया और तहसील परिसर में ही आमरण अनशन शुरू कर दिया है।

खंडूड़ी ने किया था सन 2002 में सड़क का शिलान्यास 

चंद्रशिला पट्टी के कलसिर, नैल, मसोली, नौल गुड़म, रडुवा, तोणजी, कांडई, चंद्रशिला, किमोठा, हाफला सहित 40 गाँव के ग्रामीणों ने शनिवार को विनायक धार से गोल मार्केट होते हुए तहसील तक एक विशाल रैली निकाली। ग्रामीणों ने एसडीएम कमलेश मेहता को ज्ञापन सौंप कर तहसील परिसर में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि गफला से धोती धार तक करीब 24 किलोमीटर सड़क का शिलान्यास 2002 में तत्कालीन केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने किया था। नौली कुजणी गांव तक 16 किलोमीटर सड़क का काम तो पूरा कर दिया गया है, लेकिन आगे 10 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है।

12 तारीख को होगी सड़क के संबंध में बैठक: एसडीएम कमलेश मेहता

एसडीएम कमलेश मेहता ने बताया कि सड़क के संबंध में 12 जनवरी को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, जनता व विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। 

प्रदर्शन करने वालों में ब्लॉक प्रमुख प्रीति भंडारी, प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष धीरेंद्र राणा, वीरेंद्र भंडारी, देवेंद्र राणा, ललित मिश्रा, इंद्रेश राणा, संजय रमोला, नौली के प्रधान सत्येंद्र नेगी आदि मौजूद थे।

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