दस साल में उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय वृद्धि सबसे कम: अरविंद शेखर

देहरादून। उत्तराखंड में बीते एक दशक में प्रति व्यक्ति आय में केवल 33.5 प्रतिशत की ही वृद्धि देखी गई है, जो उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सभी पुडुचेरी के बाद सबसे कम है। वित्त वर्ष 2014-15 और वित्त वर्ष 2024-25 के बीच स्थिर मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय में हालांकि पुडुचेरी में इस अवधि में महज 32 फीसद की वृद्धि हुई। केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रिय़ान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दशक में पुडुचेरी ,उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ने भारत में प्रति व्यक्ति आय में सबसे धीमी वृद्धि दर्ज की है। 

धीमी गति से बढ़ने वाले राज्यों में पुडुचेरी और उत्तराखंड के बाद मेघालय , पंजाब , झारखंड और राजस्थान आदि शामिल हैं। बीते एक दशक में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय ओड़िसा में बढ़ी है। उसके बाद कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम और आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है।

यानी दक्षिणी और पूर्वी राज्य बीते एक दशक में अपनी प्रति व्यक्ति आय को लगभग दोगुना करते हुए सबसे आगे रहे। वित्तीय वर्ष 2024-25 के उत्तर प्रदेश बिहार, गोवा, दिल्ली और झारखंड आदि के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। 

स्थिर मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय 118979 रु.से बढ़ 158819 रु. हुई

उत्तराखंड में स्थिर मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय 2013-14 में 112900 रुपये थी। जो 2023-24 में 33.7 प्रतिशत बढ़कर 150931 रु. हो गई। उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय जो 2014-15 में 118979 रु. थी । 2024-25 में केवल 33.5 प्रतिशत बढ़कर 158819 रु. हो गई। पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी उत्तराखंड से ज्यादा तेजी से यानी 55.3 प्रतिशत बढ़ी है। 

जबकि देश की प्रति व्यक्ति शुद्ध आय स्थिर मूल्यों पर 2014-15 में 72,805 रु. से बढ़कर 2024-25 में करीब 57.5 प्रतिशत बढ़कर 1,14,710 रु. हो गई है । 

प्रचलित मूल्यों पर उत्तराखंड की  प्रति व्यक्ति आय 2.74 लाख रुपये

प्रचलित मूल्यों पर उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय 2014-15 में133297 रुपये थी। राज्य योजना विभाग के आर्थिक सर्वेक्षण में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए उत्तराखंड में प्रचलित मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय 2,74,064 रुपये रहने का अनुमान है। सर्वे के अनुसार चालू वर्ष में प्रदेश की यह वर्ष 2023-24 की तुलना में 11.33 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रति व्यक्ति आय 2,46,178 रु. अनुमानित की गई थी । राष्ट्रीय स्तर पर चालू वित्तीय वर्ष में प्रति व्यक्ति आय 2,00,162 रु. रहने का अनुमान है। इसमें पिछले वर्ष की तुलना में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाई गई है। वर्ष 2023- 24 में देश में 1,84,205 रु. प्रति व्यक्ति आय अनुमानित की गई थी। 

 

2014-15 से 1024-25 तक प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि (प्रतिशत) 

पुडुचेरी 32.8

उत्तराखंड 33.5

मेघालय 34.7

पंजाब 41.3

झारखंड 48.6

राजस्थान 49.8

प. बंगाल 51.8

छत्तीसगढ़ 52.4

महाराष्ट्र 53.6

हिमाचल प्रदेश 55.3

हरियाणा 55.4

जम्मू-कश्मीर 58.3

मध्य़ प्रदेश 60

आंध्र प्रदेश 78.9

असम 81.1

तमिलनाडु 83.3

तेलंगाना 85.3

कर्नाटक 93.6

ओड़िसा 96.7

2013-14 से लेकर 2023-24 तक आय वृद्धि में देश में 32वें स्थान पर उत्तराखंड

2013-14 से लेकर 2023-24 तक स्थिर मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय की राज्यवार वृद्धि देखें तो उत्तराखंड देश में 32वें स्थान पर है। मिजोरम 125.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे ऊपर है। जबकि पुडुचेरी देश में सबसे पीछे है। मिजोरम के बाद , गुजरात 90.7 , गोवा 89.9 , कर्नाटक 88.5 , तेलंगाना 84.3 , ओडिसा 83.4 , आंध्र प्रदेश 81.4 , अंडमान निकोबार 79.6. त्रिपुरा 78.0 , असम 76.6 तमिलनाडु 75.9 ,सिक्किम 73.1 , मध्य प्रदेश 58.2 . मणिपुर 58 , हिमाचल प्रदेश 56.2 , हरियाणा 52.6 महाराष्ट्र 51.5 . केरल 50.3 , झारखंड 48.6 . राजस्थान 48.1 , उत्तर प्रदेश 47.9 . पश्चिमी बंगाल 44.8 , छत्तीसगढ़ 42.8 , चंडीगढ़ 42.2 , बिहार 41.5 , अरुणाचल प्रदेश 40.6 , जम्मू-कश्मीर 39.9 , पंजाब 39.0 , नागालैंड 38.4 दिल्ली 35.3 , लद्दाख 34, उत्तराखंड 33.7 , मेघालय 24.7 और पुडुचेरी 13 प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे पीछे है।

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