देहरादून। उत्तरकाशी की पूजा नेगी की मौत के मामले में उत्तरकाशी से देहरादून पहुंची पूजा नेगी की मां और उसका भाई पुलिस की कार्रवाई को लेकर असंतोष जाहिर किया है। गौरमतलब है कि पुलिस ने पूजा नेगी हत्या मामले में एक व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिस पर पूजा नेगी के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर बड़े सवाल खड़े कर दिये हैं।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मामले में गलत धारायें लगाई हैं, मामला पूजा नेगी की मौत का है, जबकि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इस मामले में समाजसेवी योगेंद्र सिंह चौहान भी लगातार पूजा नेगी को न्याय दिलाने के लिए परिजनों के साथ देहरादून में अधिकारियों से मिल रहे हैं। इसके अलावा उत्तरकाशी के जिलाधिकारी से लेकर वहां के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी मिलकर मामले में आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चन्द्र जोशी ने कहा कि पहाड़ की बेटियों के साथ इस तरह की घटनायें होना चिंता जनक है, उन्होंने अंकिता पूजा नेगी को भी न्याय दिये जाने और इस मामले में सही जांच करते हुए आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाने की मांग सरकार से की।
डुंडा तहसील के कमद गांव की पूजा नेगी 14 अप्रैल 2024 को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई थी। परिवार ने उसी दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन परिजनों का दावा है कि पुलिस ने मामले में शुरुआती स्तर पर कोई गंभीर जांच नहीं की। करीब डेढ़ साल बाद 6 सितंबर 2025 को परिवार को अचानक लक्ष्मण झूला पुलिस चौकी से फोन आया कि अप्रैल 2024 में एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था, जिसका 72 घंटे इंतजार करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया था। और अब उन्हें शक है कि वो शव पूजा का था। इसी फोन कॉल ने परिवार के शक को और गहरा कर दिया।
पूजा की मां प्रेमा देवी और उनके भाई संतोष नेगी देहरादून पहुंचकर अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वृद्ध मां लाठी के सहारे राजधानी तक आई हैं, लेकिन उनकी पीड़ा और गुस्सा साफ झलकता है। पूजा का परिवार अब राजधानी देहरादून के बड़े कार्यालयों में न्याय की उम्मीद खोज रहा है। उनकी उम्मीदें अब उन अफसरों पर टिकी हैं, जो मामले को नए सिरे से जांच कर इस पहेली को सुलझा सकें।
प्रकरण को लेकर उत्तरकाशी के सीओ जनक पंवार ने कहा कि कुछ दिन पहले ही आरोपी की गिरफ्तारी बीएनएस की धारा 108 के तहत कर ली गई है। मामले में फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी की है।