नई दिल्ली। केंद्र सरकार और विपक्ष शासित राज्यों के बीच तकरार संसद से सड़क तक पहुंच गई है। संसद परिसर में बृहस्पतिवार को गांधी प्रतिमा के पास डीएमके सांसदों ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया।
एलडीएलएफ ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व में जंतर मंतर पर केंद्र सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया।
प्रदर्शन में जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, तमिलनाडु के मंत्री पलानीवेल त्यागराजन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी थे । विपक्षी दलों ने राज्यपाल के जरिए कामकाज में खलल डालने का भाजपा सरकार पर आरोप लगाया।
केरल के सीएम मुख्यमंत्री विजयन, सीपीआई महासचिव डी राजा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत वाम मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने केरल हाउस से जंतर मंतर तक मार्च किया।
विपक्षी दलों का कहना है कि विपक्षी दलों की सरकार 70 करोड लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। भाजपा ने विपक्ष शासित राज्यों के साथ भारत पाकिस्तान वाली स्थिति पैदा कर दी है।
केंद्र विपक्षी सरकारों को पैसे नहीं दे रहा और विपक्षी नेताओं के पीछे केंद्रीय एजेंसी लग रहा है।