नई दिल्ली। बीती रात करीब दस बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में तीन मासूम बच्चों समेत अठारह लोगों की मृत्यु और दस लोगों के घायल होने की खबर है। शनिवार रात तक रेलवे की तरफ से स्टेशन पर किसी प्रकार की भगदड़ होने की बात से भी इनकार किया जा रहा था। अब रेलवे के सीपीआरओ कह रहे हैं कि एक पैसेंजर के फिसलने से भगदड़ मची।
बताया जा रहा है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ थी और रेलवे के प्लेटफार्म नंबर 14 और 16 में रेलगाड़ी के प्लेटफार्म बदलने के अनाउंसमेंट के बाद लोगों में अरफा तरफी मच गई, जिस वजह से 18 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ कुंभ स्नान हेतु जाने वाले लोगों की वजह से थी।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया और कहा कि रेलवे में लगातार हादसों में बढ़ौतरी हो रही है, हर हादसे के बाद जॉच बैठती है कई जाँचों का कुछ पता नहीं लगता और कई में निचले स्तर के अधिकारियों कर्मचारियों पर दोष मड़ कर इतिश्री कर दी जाती है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चन्द्र जोशी ने कहा कि बढ़ते रेल यात्रियों के बोझ को कम करने के लिए रेल नेटवर्क का विस्तार किया जाना चाहिए और डबल लेन रेल नेटवर्क को तीन या चार लाइन का नेटवर्क बना कर विकसित किए जाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए मगर मोदी सरकार मजबूत स्टेशनों को जबरदस्ती तोड़ कर नया बना रही है जबकि प्राथमिकता नए रेल नेटवर्क बना कर यातायात का दबाव कम करने की होनी चाहिए।