श्रीनगर। अंकिता भंडारी को न्याय दिलवाने के लिए अंकिता भंडारी के परिजन व सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनगर में चल रहे धरने में बैठे हुए हैं। धरना देने वालों में से एक आशुतोष नेगी को कोतवाली पौड़ी पुलिस ने अनुसूचित जाति के व्यक्ति पर जातिसूचक सूचक शब्दों का प्रयोग करने की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के आधार पर कल गिरफ्तार कर लिया।
विकासखंड कल्जीखाल के पयासू गांव के निवासी राजेश सिंह राजा कोली ने मई 2022 में एसएसपी और जिलाधिकारी को शिकायत कर एक अशासकीय विद्यालय के प्रबंधक उत्तम नेगी समेत कुछ लोगों पर गाली गलौज, जाति सूचक शब्दों के प्रयोग और मारपीट के आरोप लगाए थे।
मामले में पुलिस तब सक्रिय हुई जब आशुतोष नेगी ने अंकिता भंडारी प्रकरण में भाजपा सरकार को लगातार घेरना शुरू किया।
इससे पहले भी भाजपा सरकार ने आशुतोष नेगी की पत्नी का नियम विरुद्ध देहरादून से पिथौरागढ़ ट्रांसफर कर दिया था, जिसे माननीय उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया था।
इस घटना के विरोध में अनिल स्वामी के नेतृत्व में श्रीनगर में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला फूंका और विरोध प्रदर्शन किया।
अनिल स्वामी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने उत्तराखण्ड को उत्तराखण्ड माने बाप का राज बना दिया है।