देहरादून। स्मार्ट सिटी बेंगलुरु के बाद स्मार्ट सिटी देहरादून में भी जल संकट गहराने लगा है। देहरादून की करीब 120 रिहायशी कालोनियों में पानी का गंभीर संकट बना हुआ है। विभाग द्वारा उच्च स्तरीय बैठक की गई और दिशा निर्देश जारी किए गए ताकि जल संकट को दूर किया जा सके।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि देहरादून में जल संकट भाजपा सरकार की लापरवाही की वजह से आया है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के प्रवक्ता सुनील रावत ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर अगर योजना बनाई जा रही है, तो जल संकट का क्या समाधान स्मार्ट सिटी योजना में निकाला गया। उन्होंने कहा कि नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से देहरादून में रिहायश बेहिसाब बढ़ रही है, मगर कोई भी विभाग कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि देहरादून में फॉल्ट लाइन में निर्माण प्रतिबंधित है मगर हकीकत क्या है यह सबको पता है। सुनील रावत ने कहा कि अनियोजित विकास पानी की समस्या को जन्म दे रहा है। बढ़ती आबादी के कारण भूजल का अत्यधिक दोहन देहरादून की धरती को ठीक उसी तरह धंसाने लगेगा जिस तरह चीन के बड़े शहर धंस रहे हैं।