चुनावी सुरक्षा प्रबंध के बीच नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह हत्या से पुलिस व्यवस्था पर उठे सवाल

रुद्रपुर। नानकमत्ता में तड़के सुबह दो मोटरसाइकिल सवारों ने डेरे के बाहर कुर्सी पर बैठे बाबा तरसेम सिंह को दो गोली मर कर उनकी हत्या कर दी, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया। सीसीटीवी फुटेज में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया। जिस तरह चलती मोटरसाइकिल से ही बाबा पर गोली चलाई गई और भागने के लिए दूसरे गेट का प्रयोग किया उससे स्पष्ट है कि हत्यारे पेशेवर थे, पता चला है कि हत्यारे गुरुद्वारे  की सराय में 19 मार्च को यह बोलकर ठहरे थे कि उनको चंपावत स्थित रीठा साहेब के दर्शनों हेतु जाना है।

अब पुलिस उठा रही है कि आखिर इतने दिनों तक उनके ठहरने पर किसी ने कोई सवाल क्यों नहीं किया। हत्यारे चप्पलों में भागे और उनके जूते सराय के कमरा नंबर 23 में बरामद हुए ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि किसी सूचना के आधार पर वो जल्दबाजी में कमरे से निकले होंगे।

धार्मिक डेरा कार सेवा के जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह पर साल 2011 से 2018 के बीच छह मुकदमें दर्ज हुए थे।

उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने घटना की निंदा की और प्रदेश सरकार से मांग की कि रुद्रपुर जैसे मैदानी जिले में सालों से टिके  रहने वाले पुलिस वालों को पहाड़ों की सेवा करने का अवसर दिया जाय, पार्टी का मानना है कि अनुकम्पा के आधार पर पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण कहीं ना कहीं ऐसी घटनाओं ने पुलिस की लापरवाही का अंजाम भी बनते हैं ।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *