बैंकों में चल रहे निजीकरण के कारण नई तकनीक आने के बाद ग्राहकों के बैंक अकाउंट से फर्जी वाले होने की संभावनाएं बढ़ने लगी हैं। ऐसा ही एक फर्जीवाड़ा श्रीनगर में होते-होते बच गया है।
उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध भू वैज्ञानिक एवं श्रीनगर के रहने वाले प्रोफेसर एसपी सती ने फेसबुक पोस्ट करके बताया कि स्टेट बैंक आफ इंडिया के क्रेडिट कार्ड में किस तरीके से धांधलियां हो रही है, और बैंकों के द्वारा इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने एसबीआई के क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ही नहीं किया था फिर भी अप्लाई डिलीवरी से क्रेडिट कार्ड का पार्सल घर पहुंच गया और डिलीवरी हेतु ओटीपी मांगने लगा। उनके मोबाइल फोन पर ओटीपी आ भी गया। प्रोफेसर सती ने लिफाफा खोलकर देखा उसमें क्रेडिट कार्ड था । उन्होंने क्रेडिट कार्ड वापस कर दिया। लेकिन ओटीपी नहीं दी । उसके बाद उन्होंने अपने किसी जानकार एसबीआई मैनेजर को फोन किया, तो उसने बताया कि, आपने ठीक किया, ओटीपी नहीं दी।
प्रोफेसर सती ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि एसबीआई जैसे बैंक को क्रेडिट कार्ड वेंडर को मनमानी करने से रोकना ही होगा ।
इतना लिखते ही प्रोफेसर एसपी सती के पास एक और ओटीपी आ गया।