उधमसिंहनगर। मोदी राज की डबल इंजन सरकार में भ्रष्टाचार कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। भ्रष्ट अधिकारियों से लोग लगातार परेशान हैं मगर मोदी राज में अधिकारियों को कोई खौफ नहीं। ऐसा ही एक मामला जिला उधमसिंह नगर में आबकारी विभाग में सामने आया है। जिला उधमसिंह नगर का शराब कारोबारी आबकारी अधिकारी की मांगों से जब तंग आ गया और सुनवाई की कोई और सूरत उसे नहीं दिखी तो उसने विजिलेंस वा भाग में आबकारी अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी।
विजिलेंस विभाग ने ठेकेदार की शिकायत के आधार पर जांच में शिकायत सही पाते हुए जल बिछाया और जिला आबकारी अधिकारी उधम सिंह नगर अशोक मिश्रा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
जिला आबकारी अधिकारी अशोक मिश्रा शराब ठेकेदार से अधिभार उठान के एवज में एक प्रतिशत रिश्वत मांग रहे थे।
शराब ठेकेदार पहले ₹30000 दे चुका था, आज ₹70000 लेते समय विजिलेंस ने आबकारी अधिकारी को धर दबोचा।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि मोदी राज में भ्रष्टाचार चरम पर है, मगर कोई बोलने सुनने वाला नहीं है। लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई खुद ही लड़नी पड़ रही है, नहीं तो शासन प्रशासन में भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई सुनवाई नहीं है।