कोटद्वार। ऊर्जा निगम की ओर से जून माह के लिए फ्यूल एवं पावर परचेज कास्ट एडजस्टमेंट की दरों का ऐलान होते ही उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने मोदी की डबल इंजन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने भाजपा सरकार सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए तत्काल बिजली की बढ़ी हुई दरों को वापस लेने की मांग की है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के तत्काल बाद ऊर्जा निगम द्वारा जून माह के लिए फ्यूल एवं पावर परचेज कास्ट एडजस्टमेंट की दरों का ऐलान कर दिया गया है, जिसके अनुसार जून माह में बीपीएल उपभोक्ताओं को 12 पैसे, घरेलू उपभोक्ताओं को 31 पैसे और कमर्शियल उपभोक्ताओं को 45 पैसे प्रति यूनिट अधिक दर चुकानी होगी। एडवोकेट जोशी ने कहा कि विद्युत की दरें प्रत्येक वर्ष बढ़ाए जाने से दरें 10 वर्ष में ढाई गुना से अधिक हो गई हैं। वहीं फिक्स चार्ज भी प्रतिमाह प्रति किलो वाट के अनुसार होने से पहाड़ी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विद्युत उपभोक्ताओं को हर माह कुल विद्युत खपत से तीन चार गुना अधिक तक फिक्स चार्ज देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मोदी की डबल इंजन सरकार उत्तराखण्ड में भारी बहुमत मिलने के बाद मदमस्त हो गई हैं, जिसका खामियाजा गरीब गढ़वाल और कुमाऊं के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गरीब ग्रामीण लोगों का बिजली का बिल उतना नहीं होता जितना फिक्स चार्ज और अन्य चार्ज देना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा राज्य में लोगों को बिजली की बढ़ी हुई दरों से भुगतान करना पड़ रहा है और कई राज्यों में जो ऊर्जा प्रदेश नहीं हैं, 300 सौ यूनिट तक मुफ्त बिजली मिल रही है।