देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पी सी उपाध्याय समेत चार लोगों पर देहरादून पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पी सी उपाध्याय ने अपने साथी सौरभ वत्स के साथ मिलकर देशभर के कई कारोबारियों से करोड़ों रुपयों की ठगी की है। मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पी सी उपाध्याय को देहरादून की कोतवाली पुलिस ने दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया था। सौरभ वत्स को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है।
पिछले साल जुलाई में पंजाब के पटियाला निवासी एक कारोबारी ने मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पी सी उपाध्याय, सौरभ वत्स, उसकी पत्नी नंदिनी वत्स और शाहरुख खान के खिलाफ देहरादून की कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था। इन लोगों ने पीड़ित को मुख्यमंत्री कार्यालय के संपर्कों का रौब दिखा कर सरकारी टेंडर दिलवाने का झांसा दिया था। कारोबारी ने झांसे में आकर इन्हें तीन करोड़ रुपए दे दिए थे।
उसके बाद भी ई टेंडर में कई तरीके की खामियां बता कर और भी रुपयों की ठगी की गई। कुछ दिनों बाद पटियाला के ही एक अन्य कारोबारी ने मुकदमा दर्ज करवाया था।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव द्वारा की गई ठगी बताती है कि उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है, और देश के अन्य भागों के निवासियों में भी यह भावना घर कर गई है कि उत्तराखण्ड में कमीशन पर ही काम होता है।