श्रीनगर/ऋषिकेश। श्रीनगर के श्रीकोट क्षेत्र में गुलदार के हमले में घायल चार साल की अधीरा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। अधीरा का उपचार एग्स के ट्रामा सेंटर के रेड जोन में चल रहा है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है।
मंगलवार रात 9:30 बजे अधीरा लघुशंका के लिए अपनी माँ के साथ घर के बाहर चौक में बने शौचालय गई थी। लघुशंका के बाद जैसे ही वह अपने कमरे के दरवाजे पर पहुंची, अचानक गुलदार ने हमला कर दिया। इस दौरान अधीरा का हाथ उसकी माँ मीना ने पकड़ा हुआ था। बेटी के गुलदार के जबड़े में फंसा होने के बाद भी मीना ने उसका हाथ नहीं छोड़ा और शोर मचा दिया। शोर सुनकर मोहल्ले के अन्य लोग भी वहां एकत्र हो गए।शोर सुन और भीड़ को देखकर गुलदार ने अधीरा को छोड़ दिया और भाग गया। इसके बाद अधीरा को लहुलुहान हालत में मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे एम्स रेफर कर दिया गया। परिजन देर रात करीब पौने दो बजे एम्स पहुंचे। जहां उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया। एम्स के पीआरओ संदीप कुमार ने बताया कि बच्ची की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जनहित में श्रीनगर में रात्रि कर्फ्यू लगाने के लिए एसडीएम श्रीनगर और डीएफओ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि भाजपा सरकार में बढ़ते भ्रष्टाचार के कारण जंगलों की दुर्दशा को कोई देखने सुनने वाला नहीं है, इसी लिए जंगली जानवर शहरी क्षेत्रों में आकर चेतावनी पर चेतावनी दे रहे हैं, मगर सरकार है कि जंगली जानवरों की पीड़ा सुनने समझने को राजी नहीं। पार्टी का मानना है कि इकोसिस्टम से मनुष्य या जानवरों को अलग कर देखने का दुष्परिणाम सामने आ रहा है। जंगलों में चारे की कमी, गाँवों में खेती और पशुपालन का खत्म होना जंगली जानवरों को आदमखोर बना रहा है, यह समस्या पिंजरा लगा कर दूर नहीं की जा सकती है।
उधर गोपेश्वर में नैगवाड़ पैदल मार्ग पर राजेंद्र सिंह उम्र 56 साल निवासी नैंगवाड का शव मिला, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। प्रथमदृष्टया मामला किसी जंगली जानवर के हमले का प्रतीत हो रहा है।
पौड़ी के घंडियाल पोखरी गाँव निवासी हिमांशु असवाल उम्र 20 वर्ष पर भालू ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसे प्राथमिक चिकित्सालय घंडियाल के डॉक्टर विक्रम गोयल ने प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर रिफर कर दिया।