आशीष किमोठी। उत्तराखण्ड की चार धाम यात्रा के दौरान मैदानी इलाके के लोग, खासकर कि बुजुर्ग, गर्भवती स्त्रियां और छोटे बच्चे जिनको चढ़ाई करने में मुश्किलें होती है वे हेलीकॉप्टर से ही केदारनाथ की यात्रा पूरी करते हैं।
हर साल हजारों श्रद्धालु हेली सेवा के माध्यम से बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं।
केदारनाथ हेली सेवा का किराया इस बार यात्रियों के लिए बढ़ा दिया गया है।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए इस बार किराये में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई है। पिछले साल केदारनाथ के लिए फाटा से हवाई सेवा का एक तरफ का किराया 2,750 , सिरसी से केदारनाथ के लिए किराया रुपए 2,749 , वहीं गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए रुपए 3,870 किराया प्रति व्यक्ति था।
उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने केदारनाथ हेली सेवा के संचालन के लिए एविएशन कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया है। अनुबंध की शर्तों के अनुसार, इस बार हेली कंपनियां किराये में पांच प्रतिशत तक बढ़ोतरी करेगी।
पिछले यात्रा सीजन में पवन हंस, कैट्रल एविएशन, हिमालयन हेली, एयरो एविएशन समेत अन्य कंपनियों से हेली सेवा का संचालन किया था। यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने के लिए टिकटों की मारामारी रहती है।
पिछले साल की तरह इस बार भी टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकटों की बुकिंग की जाएगी।
चारधाम यात्रा में बिना पंजीकरण के यात्री हेली सेवा की ऑनलाइन टिकट बुकिंग नहीं कर पाएंगे। एक बार में एक व्यक्ति अपनी आईडी से अधिकतम छह सीटों की बुकिंग कर सकेगा, जबकि समूह में यात्रा करने वाले यात्री एक बार में 12 सीट बुक कर सकते हैं। इस बार भी आईआरसीटीसी के माध्यम हेली टिकटों की बुकिंग की जाएगी।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि पंजीकरण की बाध्यता करके मूल निवासियों को हैली सेवा के उपयोग से वंचित किया जा रहा है। ऐसे में यदि मंदिर के पुजारी भी किसी कारणवश किसी आपातकाल में इस सेवा का लाभ लेना चाहें तो चाह कर भी नहीं ले पाएंगे क्योंकि बिना पंजीकरण के उनका टिकट नहीं बनेगा।