पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के धारचूला में सरकार के द्वारा ओम पर्वत व आदि कैलाश के दर्शन हेलीकॉप्टर से कराए जाने के निर्णय का विरोध तेज हो गया है। गुरुवार को व्यास जनजाति संघर्ष समिति के आह्वान पर दारमा, चौदास व व्यास वैली के सैकड़ों ग्रामीणों ने नगर के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ गांधी चौक, अटल चौक, मल्ली बाजार, घटधार, तहसील रोड़ में हेली सेवा के विरोध में पर्यटन विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर जनसभा की, जिसमें महेंद्र बुदियाल ने कहा कि सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय से स्थानीय लोगों के हित प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने लाखों रुपए का लोन लेकर क्षेत्र में होम स्टे सहित पर्यटन व्यापार के लिए वाहन आदि में पैसा खर्च किया है। दिल्ली से सेवा शुरू होने पर सभी के मुश्किल में बढ़ जाएंगी।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर मोदी सरकार बाहरी लोगों को प्रश्रय दे रही है और मूल निवासियों के हक हकुकों पर डाका डाल रही है। मूल निवासियों के पास हेलीकॉप्टर खरीदने के पैसे नहीं है और ना ही मोदी सरकार ने मूल निवासियों को हेलीकॉप्टर खरीद प्रोत्साहन की कोई योजना चलाई है। मोदी सरकार कि ऐसी योजनाओं से मूल निवासियों के परंपरागत रोजगार पर तो डाका पड़ ही रहा है, पर्यटन के नाम पर वो लोग पैसा कमा रहे हैं जो उत्तराखण्ड में नहीं रहते, जाहिर है ऐसे में हेलीकॉप्टर जैसी सेवाओं से होने वाली कमाई भी उत्तराखण्ड से बाहर दिल्ली बंबई खर्च होती है।