धार्मिक शहरों में जगह जगह शराब की दुकानें खोला जाना सनातन संस्कृति का अपमान: उविपा

ऋषिकेश। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने धार्मिक शहरों में जगह जगह शराब की दुकानें खोले जाने का विरोध किया। पार्टी के महासचिव संजय बुडाकोटी ने कहा कि माना कि मोदी धामी डबल इंजन की सरकार राजस्व प्राप्ति हेतु शराब की दुकानें खुलवा रही है, मगर धार्मिक स्थल शराब आदि से राजस्व प्राप्ति के संसाधन नहीं बनाये जाने चाहिए, इससे धार्मिक स्थलों की पवित्रता भंग होती है।

संजय बुडाकोटी ने कहा कि माना कि राज्य की माली हालत बेहद खराब है और वर्तमान में राज्य सरकार शराब और खनन से ही मुख्यत: आय प्राप्त कर रही है, मगर धार्मिक शहरों में शराब की दुकानों की अधिकता मंदिरों की पवित्रता भंग कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को शराब बेचनी है तो धर्म नगरी ऋषिकेश, हरिद्वार, देवप्रयाग आदि से कम से कम पाँच किलोमीटर की दूरी पर शराब की दुकानें खोले।

उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं से धार्मिक स्थलों के रख रखाव साफ सफाई आदि में किए जाने वाला खर्च वसूल किया जाना चाहिए, क्योंकि यहाँ की आबादी प्रतिवर्ष यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या से बेहद कम है, और सरकार आने वाले यात्रियों की सुविधाओं को बजट की कमी के कारण व्यवस्थित नहीं कर पा रही, इसी लिए धर्म नगरियों में जाम आम बात हो गई है। श्रधालुगण आम सुविधाओं से भी महरूम हो जाते हैं, जिससे राज्य की छवि खराब हो रही है।

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