कोटद्वार। एक तरफ भाजपा सरकार देहरादून में बैठ कर पलायन रोकने के लिए चिंतन करती है दूसरी तरफ सड़क के लिए स्वीकृति के बावजूद लोगों को चार चार किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ने को मजबूर होना पड़ता है, जिस वजह से थक हार कर लोग पहाड़ों से पलायन में ही अपनी भलाई समझते हैं।ऐसा ही एक मामला द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत खेड़ा के पाँच तोक अभी भी सड़क से दूर हैं। ढुग्या, तिरफलिया, सरबावाला, हीवलागी और सीला तोक आज भी सड़क की सुविधा से महरूम हैं।
वर्ष 2021 में विधायक निधि से खेड़ा गाँव से ढुग्या गाँव पॉच किलोमीटर सड़क के लिए छह लाख रुपयों की स्वीकृति प्रदान की गई थी। मगर कुछ नेताओं ने इसके समरेखण को बदल दिया, लिहाजा इस मार्ग का निर्माण भी अधर में लटक गया।
गाँव वालों को मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए चार किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है।