श्रीनगर। अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा सरकार की ओर से की गई जॉच की लापरवाही गवाहों के बयानों के बाद सामने आने के बाद भी भाजपा द्वारा दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही न करके मामले में अंकिता के रिश्ते के चाचा और मुकदमें की पैरवी कर रहे आशुतोष नेगी की श्रीमती का नियम विरुद्ध पिथौरागढ़ ट्रांसफर करना, मामले में नियुक्त सरकारी वकील को अभी तक मुकदमें में की जा रही पैरवी का भुगतान न करना, इस मामले में भाजपा की सीधी संलिप्तता की पुष्टि करता है, जिसके विरोध में अंकिता भंडारी के माता पिता समेत कई संगठन श्रीनगर के पीपलपानी पर पिछले सात दिनों से धरने में अपना अपना सहयोग कर रहे हैं।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने धरने को अपना समर्थन देते हुए कहा कि बंगाल की लड़कियों की चिंता करने वाले मोदीजी को आजतक अंकिता भंडारी की याद नहीं आई, यह आश्चर्यजनक है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि हम गढ़वाली आँखों देखी मक्खी निगल लें और मोदी का जयकारा लगाएं। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय नहीं तो मोदी को वोट नहीं।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि मोदी राज में ना तो हमारी बेटियाँ सुरक्षित हैं और ना ही उनको न्याय दिलवाने की मांग करने वाले। उन्होंने कहा कि आशुतोष नेगी की श्रीमती का बिना नियम देहरादून से पिथौरागढ़ ट्रांसफर किया जाना बताता है कि मोदी राज में बेटियों के हकों की आवाज उठाने वालों के खिलाफ मोदी सरकार क्या करती है। उन्होंने इस मामले में माननीय हाई कोर्ट नैनीताल का शुक्रिया अदा किया जिसने मोदी सरकार के ऐसे बेतुके और गैरकानूनी फैसले को पलट दिया और अन्याय के खिलाफ जारी मुहिम को खत्म होने नहीं दिया।