चंदौली। देश में भर्ती परीक्षाओं और पदोन्नति परीक्षाओं में लीक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला पूर्वी मध्य रेलवे के पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में सामने आया है।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में लोको पायलट पदोन्नति परीक्षा का आयोजन होना था। बताया जा रहा है कि इस परीक्षा में पास होने के लिए अभ्यर्थियों से जो कि लोको पायलट ही थे छह से नौ लाख रुपए में प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने की बात हुई थी। चंदौली के रेलवे इंटर कॉलेज में मंगलवार को यह परीक्षा होनी थी।
रेल मंडल के एक लोको पायलट की शिकायत पर सीबीआई ने छापा मारकर 2 वरिष्ठ अधिकारियों और 17 लोको पायलट समेत 26 रेल कर्मियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 1.17 करोड़ नकद के साथ हाथ से लिखे प्रश्नपत्र की प्रतियाँ जब्त की हैं।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी राज में परीक्षाओं को लीक होना एक सामान्य घटना बन कर रह गई है, जो साबित करता है कि अंधभक्ति की आड़ में देश के साथ कैसा खिलवाड़ किया जा रहा है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के उपाध्यक्ष पूरण सिंह भंडारी ने आरोप लगाया कि ईमानदार अधिकारियों के कारण यह घटना प्रकाश में आ गई। उन्होंने कहा कि तमाम परीक्षाओं में लीक होना इस बात का सबूत है कि भाजपा के पास सरकार चला पाने की कुव्वत नहीं है। जो सरकार परीक्षा ढंग से नहीं करवा पा रही उस सरकार से देश के विकास और सुरक्षा की उम्मीद कैसे रखी जा सकती है।