मास्को। क्रीमिया पर हुए आतंकी हमले मामले में रूस ने अमेरिका और ब्रिटेन को इस हमले के पीछे बताया है। क्रीमिया पर हुए हमले को लेकर रूस के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि रविवार को हुए हमले के पीछे ब्रिटेन और अमेरिका का हाथ है।
मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि इन भयानक अपराधों में अमेरिका ब्रिटेन की संलिप्तता किसी भी संदेह से परे है। रूस ने जवाबी कार्यवाही करने का भी संदेश दिया। रूस ने कहा कि अपराधों का जवाब निश्चित रूप से दिया जाएगा। बयान में कहा गया की 23 जून को यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन के समर्थन से सेवास्तोपोल में रूसी नागरिकों पर एक जघन्य आतंकी हमला किया।
जॉर्जिया और अजरबेजान की सीमा पर स्थित रूसी प्रांत दागेस्तान में रविवार तीन जगह पर आतंकी हमले हुए। आतंकवादियों ने 15 पुलिसकर्मियों को गोली से भून डाला। एक चर्च के पादरी का गला राते दिया और एक यहूदी प्रार्थना स्थल पर जोरदार धमाका किया। दागेस्तान के गवर्नर सर्गेई मेलिकोव ने बताया कि हमले में चार आम नागरिकों समेत कुल 20 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। रूस की नेशनल एंटी टेररिज्म कमेटी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि तीनों जगह पर जवाबी कार्रवाई में कुछ छह आतंकवादी मारे गए हैं।
रूसी समाचार एजेंसी ताश के मुताबिक फिलहाल किसी भी आतंकी संगठन ने हम लोग की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं दागेस्ताने के नेता अब्दुलखाकिम गडजीने कहा कि यह आतंकी असल में यूक्रेन और नाटो देशों के खुफिया एजेंटीयों के द्वारा कराए गए हैं।