डीएम के खिलाफ एफआईआर से फजीहत होती देख भाजपा सरकार ने हटाया एसीबी का ईमानदार अधिकारी

दूदू। 26 अप्रैल की रात को राजस्थान के दूदू जिले के जिलाधिकारी हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज चौधरी के खिलाफ एसीबी ने 15 लाख रुपयों की रिश्वत लेने के मामले में मामला दर्ज किया था।  यह  रिश्वत 204 बीघा भूमि के प्रकार को बदलने की कवायद के तौर पर ली जाने वाली थी , कि  मामले की शिकायत एसीबी में होते ही एएसपी, एसीबी सुरेंद्र सिंह ने त्वरित जॉच की और मामला सही पाते  हुए कार्यवाही कर दी।

जिलाधिकारी के खिलाफ घूस  लेने के मामले में दर्ज एफआईआर से भाजपा सरकार की खासी फजीहत हुई। लिहाजा जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। मगर इस फजीहत से तिलमिलाई भाजपा सरकार ने एसीबी के ईमानदार अधिकारी एएसपी  सुरेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान पद से हटाते  हुए उन्हें आदेशों की प्रतीक्षा में प्रतिक्षारत कर दिया।

गृह (ग्रुप-1) विभाग की संयुक्त सचिव कश्मीर कौर ने आदेश जारी कर आरपीएस अधिकारी (एएसपी, एसीबी) सुरेंद्र सिंह को पदस्थापन आदेशों की प्रतीक्षा में (एपीओ) किया है। इस अवधि में उनका मुख्यालय पुलिस मुख्यालय, जयपुर रहेगा। एसीबी की ओर से दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, परिवादी की 204 बीघा जमीन के कन्वर्जन को लेकर आई शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने की एवज में दूदू पटवारी हंसराज के जरिए कलेक्टर हनुमान मल ढाका ने 25 रुपए रिश्वत मांगी। परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन की कार्रवाई करवाई। पहले हनुमानमल ढाका ने 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में सौदा 15 लाख रुपए में तय हुआ। यह राशि दो किस्तों में देनी तय हुई।

इस मामले में एसीबी की टीम ने 26 अप्रैल की रात को दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज चौधरी के ठिकानों पर तलाशी ली। एसीबी की टीमों ने कलेक्टर हनुमानमल ढाका के निवास स्थान (दूदू डाक बंगला) और दूदू तहसील कार्यालय में तलाशी ली थी। यह सर्च की कार्रवाई भी एएसपी (जयपुर न ऐप पर पढ़ें द्वितीय) सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई थी। इस संबंध में एसीबी में दर्ज मुकदमे की जांच भी सुरेंद्र सिंह को ही सौंपी गई थी।

उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि मोदी के भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम की पोल खुल रही है। जिलाधिकारी सरीखे अधिकारी खुलेआम रिश्वत मांग रहे हैं और रिश्वतखोर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ काम करने वाले ईमानदार अधिकारियों को प्रताड़ित करने के लिए प्रतीक्षारत कर दिया जा रहा है। पार्टी का मानना है कि राम का नाम लेकर रावण राज चलाया जा रहा है। पार्टी ने एएसपी सुरेंद्र सिंह की एपीओ तत्काल खत्म करने की मांग भी की।

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