कोलकाता। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील क्षेत्री ने आज अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से सन्यास ले लिया। सुनील क्षेत्री के विदाई मैच में भारत और कुवैत का मुकाबला गोल रहित बराबरी पर छूटा। फीफा वर्ड कप क्वालीफायर में भारत जीत नहीं पाया, लेकिन सॉल्ट लेक स्टेडियम में 68 हजार फुटबॉल प्रेमियों ने सुनील क्षेत्री को शानदार विदाई दी।
अपनी लोकप्रियता के चलते फुटबॉल की तरफ ध्यान आकर्षित करने वाले सुनील क्षेत्री ने अंतरराष्ट्रीय मैच पर कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सुनील क्षेत्री के कीर्तिमानों पर फीफा द्वारा कैप्टेन फैंटास्टिक डॉक्यूमेंट्री बनाई गई। अपने 19 साल के कैरियर में सुनील क्षेत्री ने 94 गोल किए हैं।
विपरीत परिस्थिति में भी आपने फुटबॉल के प्रति जनता के उत्साह को कम नहीं होने दिया। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि भारतीय फुटबॉल जगत में सुनील क्षेत्री का योगदान अतुलनीय हा, खेल प्रेमी सुनील क्षेत्री को सदैव याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि भाइचुंग भूटिया के बाद उत्तर पूर्व से भारतीय फुटबॉल में आए सुनील ने फुटबॉल जगत में भारत को एक नई पहचान दी है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल और कुमाऊँ का लोकप्रिय खेल भी फुटबॉल है यद्यपि इस खेल को बढ़ावा देने में हमारी सरकारें नाकाम रही हैं।