कोटद्वार। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने भाजपा सरकार द्वारा बिजली के दामों को बढाये जाने का विरोध किया । उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि कमाल की बात है कि भाजपा सरकार उत्तराखण्ड के ऊर्जा प्रदेश होने का ढिंढोरा पीटती रहती है और 24 सालों में भी हम अपनी जरूरतों के लायक बिजली बना पाने में सक्षम नहीं हैं।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि भाजपा राज में बिजली उत्पादन से ज्यादा रुचि नेताओं को अपने कमीशन की रही, इसी लिए विद्युत परियोजनाओं के लिए फर्जी नाम पते वाली कंपनियों को ठेके देने की नाकाम कोशिशें की गई थीं। उन्होंने कहा कि इन 24 सालों में टिहरी बाँध में उत्तराखण्ड का वास्तविक हिस्सा उत्तराखण्ड को नहीं मिल सका है। हरिद्वार और उधमसिंह नगर के बाँध यूपी के हाथों सरेंडर कर दिए गए, और अफसोस यह कि यूपी का मुख्यमंत्री भी मूल रूप से उत्तराखण्ड का निवासी है, फिर भी उत्तराखण्ड की हजारों करोड़ की परिसंपत्तियों से कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं है।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड में बन रही बिजली पर खुद उत्तराखण्डियों का हक नहीं है, ऊपर से प्रत्येक वर्ष लाखों करोड़ रुपयों की पर्यावरणीय सेवाओं के बदले में मिलने वाला ग्रीन सेस भी मोदी सरकार उत्तराखण्ड को देने को तैयार नहीं। ऊपर से बिजली के दामों में बढ़ोतरी करके भाजपा सरकार आम नागरिकों की परेशानियां बढ़ा रही है, उत्तराखण्ड विकास पार्टी बिजली के दाम बढ़ाये जाने का विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि नाकाम नेताओं की कारस्तानी आम जनता को भुगतनी पड़ रही है।