नौगाँव(उत्तरकाशी)। पुरोला ब्लॉक के अनुसूचित जाति बाहुल्य गाँव कामरा आज भी सड़क और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। सड़क के अभाव में कामरा गाँव वालों को बृहस्पतिवार को फिर एक बीमार महिला को पैदल ही छह किलोमीटर पीठ पर उठा कर अस्पताल पहुंचाना पड़ा।
प्रादेशिक अखबार अमर उजाला के मुताबिक कामरा गाँव की सरोज देवी का स्वास्थ्य बृहस्पतिवार शाम को अचानक खराब हो गया। परिजनों ने सरोज देवी को पीठ पर उठाया और मोबाइल और लालटेन की रोशनी के सहारे छह किलोमीटर जंगल का पैदल रास्ता पार कर घरसाड़ मोटर मार्ग तक पहुंचाया। वहाँ से 108 वाहन के जरिए 18 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगाँव में भर्ती कराया गया।
अस्पताल तक पहुंचने में देर होने से मरीज की तबियत और बिगड़ गई । डॉक्टरों ने सरोज देवी को हायर सेंटर देहरादून रिफर कर दिया।
पिछले डेढ़ माह में इस तरह मरीज को अस्पताल पहुंचाने की यह चौथी घटना है। भाजपा शासनकाल में अनुसूचित जाति बहुल गाँवों को स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत किस तरह की विकास योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है यह सोचनीय बात है।