सरकारी शिक्षा पर भरोसा जगाते शिक्षकों का बिना प्रतिस्थानी के स्थानांतरण मोदी धामी सरकार की कथनी और करनी में भेद बताता है: उविपा

उत्तरकाशी।  उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने उत्तरकाशी जिले के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बड़ेथी (चिन्यालीसौड़) से तीन शिक्षकों के स्थानांतरण को मोदी धामी सरकार की कथनी और करनी में भेद बताया। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री सरकारी विद्यालयों के प्रति भरोसा जगाने की बात करते हैं, तो दूसरी तरफ दूरस्थ सीमांत जिले उत्तरकाशी के बडेथी आदर्श विद्यालय के तीन शिक्षकों को एक साथ ट्रांसफर कर देते हैं।

एडवोकेट जोशी ने कहा कि बड़ेथी आदर्श विद्यालय से अगर इन तीन शिक्षकों का स्थानांतरण हो गया तो विद्यालय में प्रधानाध्यापक के अलावा केवल एक शिक्षक और रह जायेगा, कोड में खाज तह है कि विद्यालय में गणित के शिक्षक का पद पिछले दो सालों से रिक्त है, जिससे विद्यालय के 127 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की स्थापना वर्ष 2016 में हुई थी। तब यहां छात्र संख्या 34 थी, जबकि अब यहां 127 बच्चे हैं। दूरदराज के लोग यहां किराये पर कमरा लेकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। बहुत से प्राइवेट स्कूलों की प्रतिस्पर्धा भी इसी सरकारी विद्यालय से है।

ऐसे में सरकार को इस विद्यालय में गणित के रिक्त पद को भरना चाहिए था, मगर मोदी धामी डबल इंजन की सरकार ने बजाय रिक्त पद भरकर विद्यालय के शिक्षण स्तर को उच्च करने के तीन शिक्षकों का ही स्थानांतरण बिना प्रतिस्थानी के कर छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया है। उन्होंने कहा कि बिना प्रतिस्थानी के शिक्षकों को रिलीव न किया जाय।

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