देहरादून। मोदी धामी डबल इंजन की सरकार के लाख दावों के बावजूद उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में मोदी धामी की डबल इंजन सरकार को असहज स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला वन प्रभाग कालसी में सामने आया है, जिसमें सोशल।मीडिया में वन अधिकारियों द्वारा घूस लिए जाने को मोबाइल में कैद कर लिया गया था।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी की चौहड़पुर रेंज में रिश्वत लेने के वायरल वीडियों को विभाग ने गंभीरता से लिया है।
मामले में आरोपी वन क्षेत्राधिकारी सुनील गैरोला और बीट अधिकारी सचिन कुमार को निलंबित कर मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। रेंज अधिकारी को प्रमुख वन संरक्षक ने निलंबित किया है।
उन्होंने बताया कि 18 जुलाई 2024 को सोशल मीडिया में वायरल हो रहे ऑडियों, वीडियों में रेंज अधिकारी को अनुचित रूप से धनराशि लेते दिखाया गया है।
वहीं, आरोपी वन दरोगा नरेंद्र गौड़ के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के लिए प्रभागीय वनाधिकारी भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी ने वन संरक्षक शिवालिक वृत्त को पत्र लिखा है।
भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी की चौहड़पुर रेंज में रिश्वत लेने का वीडियों वायरल हुआ था। वीडियो में अवैध खनन के लिए दो-दो हजार रुपये की रिश्वत लेते दिखाया गया है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने आरोप लगाया कि मोदी धामी डबल इंजन सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है, और लगातार भ्रष्टाचार के मामले खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वन कर्मचारी जिस तरह घुस लेते दिख रहे हैं वो बताता है कि उन्हें इसकी आदत सी हो गई है।