कोटद्वार। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा के लिए केवल जनसंख्या के आधार पर किए जा रहे परिसीमन का विरोध किया। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चन्द्र जोशी ने कहा कि पूर्व में केवल जनसंख्या के आधार पर जो परिसीमन हुआ उससे पहाड़ों की विधानसभा सीटें अप्रत्याशित रूप से कम हो गईं जिससे उत्तराखण्ड के पहाड़ और मैदान का संतुलन गड़बड़ा गया है।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि यदि गढ़वाली और कुमाऊँनी संस्कृति और समाज को बचाना है तो सभी लोगों को केवल जनसंख्या के आधार पर हुए परिसीमन का विरोध करना होगा।
उन्होंने कहा कि पहाड़ की विषम भौगौलिक स्थिति को देखते हुए ही उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया गया था, पूर्व में हुए परिसीमन ने पहाड़ को उत्तर प्रदेश के जमाने की स्थिति से भी विकट स्थिति में खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में भाजपा ने उत्तराखण्ड के साथ छल कर उधमसिंह नगर और हरिद्वार उत्तराखण्ड राज्य में जोड़ दिए और कांग्रेस ने इस छल में भाजपा का पूरा साथ दिया जिस वजह से आज विकास योजनाओं का अधिकांश धन पहाड़ों की बजाय मैदानी जनपदों में लग रहा है।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि यदि परिसीमन के मानक ठीक न किए गए तो आने वाले समय में एक और राज्य की मांग उठ खड़ी होगी।