कोटद्वार। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने उत्तराखण्ड विधानसभा में भर्ती घोटाले की सीबीआई जाँच की मांग की।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि विधानसभा में जिस तरह का भ्रष्टाचार हुआ और तीन तीन पूर्व आईएएस अधिकारियों की जाँच में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई इसके साथ ही विधानसभा में अवैधानिक रूप से लगे हुए कर्मचारियों को हटाया गया, उससे स्पष्ट है कि यह काम भाजपा और कांग्रेस के साम विधानसभा अध्यक्ष रहे नेताओं ने किया है।
एडवोकेट जोशी ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल ने स्वीकार किया है कि इन्होंने ऐसी नियुक्तियाँ की हैं ऐसे में प्रेमचंद्र अग्रवाल समेत सभी ऐसे लोगों के खिलाफ जो इस अवैधानिक कार्य में शामिल थे सीबीआई जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन कैसे नियम कानून से चलेगा जब नियम कानून तोड़ने वाले ही मंत्री बने घूमते रहेंगे, ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा कानून व्यवस्था पर बैठकें करना बेकार है।
उन्होंने कहा कि मंत्री स्तर के आरोपियों पर कार्यवाही ना होने के कारण नीट यूजी और यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं, क्योंकि मुख्य आरोपियों को पता है कि जाँच की आँच उन तक कभी नहीं पहुँच पाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार हटाओ अभियान की शुरुआत भाजपा के अंदर से ही होनी चाहिए।