हल्द्वानी । हल्द्वानी शहर स्थित तिकोनिया में देहरादून ईडी की टीम ने छापा मारा। हल्द्वानी निवासी दवा व्यवसायी बनमीत नरूला को कुछ दिन पहले वॉशिंगटन डीसी डार्क वेब के माध्यम से दवाओं की कालाबाजारी करने के आरोप में 7 साल की सजा सुनाई गई थी।
इसी मामले में शुक्रवार को देहरादून ईडी की टीम ने बनमीत के घर में छापा मारा। बनमीत का घर हल्द्वानी स्थित तिकोनिया में है, जहां ईडी की टीम ने छापा मारा। बनमीत 15 करोड डॉलर का मालिक है। वह अमेरिका में नशे का धंधा करता है। बनमीत ने इंग्लैंड में रहते हुए विश्व की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका के 50 राज्यों में डार्क वेब के माध्यम से अपना जाल फैलाया और प्रतिबंधित दवाओं और ड्रग्स का भी जाल फैला दिया। उत्तराखण्ड पुलिस अब इसकी जांच में जुटी है।
शुक्रवार सुबह 6:00 अचानक जब आठ गाड़ियां गली में रुकी तो स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। अमेरिकी अधिकारी हल्द्वानी के रहने वाले परविंदर सिंह और बनमीत सिंह की कथित संलिप्तता की जांच कर रहे थे। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि जांच ‘द सिंह ऑर्गनाइजेशन’ के नाम से मशहूर एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी समूह के संचालन में उनकी कथित संलिप्तता पर केंद्रित है। नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस समूह ने ड्रग्स की बिक्री को सुविधाजनक बनाने के लिए डार्क वेब पर विक्रेता मार्केटिंग साइट्स के साथ-साथ क्लियर वेब पर कई मुफ्त विज्ञापनों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा, उन्होंने नशीले पदार्थों और नियंत्रित पदार्थों के वितरकों और वितरण सेल का एक नेटवर्क स्थापित किया था। उनके लेन-देन में मुख्य रूप से ड्रग्स के बदले क्रिप्टोकरेंसी के रूप में पेमेंट लेना शामिल था, जिसे बाद में क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के माध्यम से लॉन्डर किया जाता था। अमेरिकी अधिकारियों की जांच से पता चला कि बनमीत और परविंदर दोनों ने ‘सिल्क रोड 1, अल्फाबे और हंसा’ जैसे कई डार्क वेब मार्केट पर समान उपनामों का इस्तेमाल किया था।
जून 2019 में ब्रिटेन में बनमीत की गिरफ़्तारी के ठीक एक महीने बाद, मादक पदार्थों की अवैध बिक्री के जरिए प्राप्त क्रिप्टोकरेंसी फंड को पील चेन तकनीक का उपयोग करके स्थानांतरित किया गया था। यह खुलासा अमेरिकी जांच में हुआ। इन फंडों को वासाबी वॉलेट से जुड़े पतों पर पुनर्निर्देशित किया गया था। यह एक वर्चुअल करेंसी मिक्सिंग सर्विस है जिसे ब्लॉकचेन पर फंड के प्रवाह को अस्पष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके बाद, बनमीत को 2023 में यू.एस. में प्रत्यर्पित किया गया। उसे अवैध ड्रग्स बेचने के अपराधों के लिए यू.एस. में आठ साल के लिए दोषी ठहराया गया था।
इंटरनेशनल ड्रग माफिया के देवभूमि कनेक्शन की कहानी हैरान करने वाली है। दरअसल बनमीत के ड्रग कनेक्शन के चलते उसकी गिरफ्तारी साल 2019 में इंग्लैंड में हुई। 2023 में अमेरिकी जांच एजेंसी ने उसे रिमांड पर लिया। जिसके सामने बनमीत ने अमेरिका में प्रतिबंधित ड्रग फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्सटेसी, जेनेक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल जैसी अनेकों दवाओं और ड्रग्स की सप्लाई की बात कबूल की है। जिसके बाद उसे आठ साल कैद की सजा हुई है। बनमीत ने ड्रग्स बेचकर 15 हजार करोड़ डॉलर कमाये हैं।