देवगौड़ा परिवार ने किया राजनीति को शर्मसार, आधी आबादी कैसे भरोसा करे नेताओं पर , जब भाजपा कांग्रेस ने ही मामले में अपेक्षित कार्यवाही नहीं की: उविपा

बंगलुरु। जनता दल – एस के सांसद प्रज्वल रेवन्ना और एच डी रेवन्ना की यौन शौषण मामले में अंतरिम जमानत अर्जी खारिज होने के बाद एसआईटी हरकत में आई और प्रज्वल के पिता विधायक एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया। एच डी रेवन्ना को पीड़िता के अपहरण मामले में गिरफ्तार किया गया। उधर पुलिस ने अपहृत महिला को मैसूर जिले के एक फार्म हाउस से छुड़ा लिया। यह फार्म हाउस देवेगौड़ा परिवार के नजदीकी का बताया जा रहा है। 

बंगलुरु की जनप्रतिनिधि अदालत ने पिता पुत्र की अंतरिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। जिसके बाद एसआईटी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के घर पहुँची और उनके बेटे एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया। एच डी रेवन्ना और उनके खास सतीश बवन्ना के खिलाफ मैसूर के एक युवक ने अपनी माँ के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि देवेगौड़ा परिवार के घर पर काम करने वाली महिला का पिता पुत्र ने यौन शौषण किया था। इस मामले में पुलिस ने बवन्ना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।

वित मंत्री निर्मला सीतारमन ने कांग्रेस पर मामला दबाने का आरोप लगाया। मामले में दो साल पहले से लोगों के बीच खबरे चलनी शुरू हो गई थी, और यह कहा जाने लगा था कि सेक्स स्कैंडल की वजह से कर्नाटक में कभी भी भूचाल आ सकता है। देवगौडा परिवार ने भी इस मामले में किसी भी प्रकार के प्रकाशन से स्वयं की छवि खराब करने की वजह बताते हुए अदालत से निषेधाज्ञा भी प्राप्त कर ली थी।

दिसंबर 2023 में भाजपा नेता देवराजे गौडा ने इस प्रकरण की सच्चाई बयां करते हुए जनता दल एस के साथ गठबंधन करने की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में आगाह कर दिया था। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को जब पता चला तो उसने प्रज्वल को सांसदी के लिए टिकट न दिए जाने के लिए दबाव भी बनाया था, मगर काम नहीं आया। यह बताता है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को यह मालूम था कि देवगौड़ा परिवार किस तरह महिलाओं का शोषण कर रहा है, मगर सत्ता प्राप्ति के लिए उसने महिलाओं के शोषण से अनदेखी कर ली।

ऐसा बताया जा रहा है कि मामले में प्रज्वल रेवन्ना के ड्राइवर के साथ हुए झगड़े ने इसके खुलने की शुरुआत की। ड्राइवर कार्तिक इस परिवार का विश्वासपात्र था, और देवगौड़ा परिवार के पैसों का अनाधिकृत लेन देन भी करता था। उसने कुछ समय पहले एक प्रॉपर्टी की खरीद की थी, जिसका पता चलने पर रेवन्ना बाप बेटे ने कार्तिक को प्रॉपर्टी उनके नाम करने को कहा, क्योंकि उन्हें लगा कि कार्तिक ने वो प्रॉपर्टी उनके पैसों से खरीदी है, उससे दोनों के संबंध बिगड़ते चले गए। कार्तिक प्रज्वल रेवन्ना का खास था, इसलिए चुनावी सभा आदि में प्रज्वल का मोबाइल कार्तिक के पास रहता था, जिससे वो तथाकथित वीडियो कार्तिक ने अपने मोबाइल पर ट्रांसफर कर लिए थे, ऐसा बताया जा रहा है। 

       प्रज्ज्वल रेवन्ना का ड्राइवर कार्तिक

लीक हुई पेन ड्राइवो में करीब 2900 यौन शोषण के केस बताये जा रहे हैं। जो कि सही पाये जाने पर एक विश्व रिकॉर्ड होगा। पीड़ित महिलाओं की संख्या 200 के करीब बताई जा रही है।

उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि राजनैतिक रसूख के कारण ही कांग्रेस ने भी मामले में सुस्ती दिखाई, जबकि कर्नाटक में यह अफवाह उड़ रही थी, तब कर्नाटक की लोकल इंटेलिजेस क्या कर रही थी। जितने बड़े स्तर पर महिलाओं के शोषण की बात सामने आ रही है, जिसमें बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी महिलायें, यहाँ तक की पुलिस में तैनात महिलायें, पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में सेवा दे रही महिलायें शामिल हैं, ऐसे में लोकल इंटेलिजेंस को पता न होना देश की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा है। एडवोकेट जोशी ने कहा कि एक सांसद को बिना पॉलिटिकल और एफसीआरए क्लीयरेंस के एयर पोर्ट से किसने विदेश जाने दिया यह भी भाजपा पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है।

एडवोकेट जोशी ने कहा कि अंकिता भंडारी, किरण नेगी, ममता बहुगुणा आदि प्रकरणों पर भाजपा और कांग्रेस की मिलीभगत और उदासीनता देश की सनातन परंपरा और संस्कृति का अपमान है। उन्होंने कहा कि इतना कुछ हो जाने के बाद भी भाजपा जनता दल एस से पीछा नहीं छुड़ा पा रही है, यह भाजपा की दोमुँही नीति की पुष्टि करता है।

 

 

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