नई दिल्ली/कोटद्वार। लालकृष्ण आडवाणी समेत पीवी नरसिम्हा राव एवं चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि ऐसा लगता है कि भारत रत्न कोई राजनैतिक पुरस्कार हो गया है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि यहां दुर्भाग्यपूर्ण है कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जैसे स्वतंत्रता आंदोलन की महान विभूतियों के नाम और फोटो का चुनाव के समय वोट लेने के लिए इस्तेमाल तो किया जा रहा है, मगर वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भारत रत्न देने में भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार को दिक्कत होती है।
मुजीब नैथानी ने कहा कि जिस तरीके से चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिया गया है, यह ट्रेंड मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न दिए जाने की पुनरावृति है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने उत्तराखण्ड की महिलाओं के साथ जो अत्याचार किया, उसे उत्तराखण्ड के आज के भाजपा, कांग्रेस के शासक भुला सकते हैं, मगर उत्तराखंड का असली खून उस अत्याचार को कभी नहीं माफ कर सकता।
भारतीय जनता पार्टी की सोच केवल और केवल सत्ता प्राप्ति है, चाहे उसके लिए उसे कोई भी साधन इस्तेमाल करने पड़े। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के दोषी को राज्य अतिथि का दर्जा दिया जाना, इस बात का साफ प्रमाण है कि इस प्रकरण में भाजपा भी दोषियों का ही साथ दे रही है। साथ ही साथ उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार द्वारा मुजफ्फरनगर कांड में चल रहे वाद में अच्छे वकील से राज्य शहीदों की पैरवी करने से मना करना और उक्त वाद को मुजफ्फरनगर से देहरादून स्थानांतरित करने से मना करना बताता है, कि भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार को राज्य शहीदों को न्याय दिलाने के प्रति कोई सदइच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह इस देश के नेता थे, मगर इस वक्त पर उनको पुरस्कार दिया जाना और आरएलडी के साथ मोदी सरकार का गठबंधन होना बताता है, कि यह पुरस्कार केवल और केवल राजनीतिक नफा नुकसान के लिए किया जा रहा है, जो कि न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है वरन देश के हित में भी नहीं है।
उन्होंने फिर दोहराया कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भारत रत्न ना दिया जाना इस देश के स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों के प्रति अपमान है। उन्होंने अमर शहीद बाबा जसवंत सिंह को परमवीर चक्र और लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को पद्म विभूषण देने की मांग भी की।