हरिद्वार। उत्तराखण्ड में और कुछ बढ़े ना बढ़े बदमाशों का आतंक और बढ़ गया है, और अब उनमें पुलिस का भी डर नहीं रहा है, तभी तो अब बदमाश पुलिस पर भी हमला करने से पीछे नहीं हट रहे है। ऐसे ही एक नया मामला उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से आया है, जहाँ लुटेरों को पकड़ने आई दिल्ली पुलिस की टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया।
मामला हरिद्वार जिले के ज्वालापुर थाना क्षेत्र का है जहाँ हरिद्वार पुलिस के मुताबिक दिल्ली के रोहिणी जिले की एंटी स्नैचिंग सेल में तैनात एएसआई मनोज कुमार ने ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि वह दिल्ली के थाना बेगमपुर में दर्ज एक मुकदमे के आरोपितों की तलाश में हेड कांस्टेबल राजेंद्र और नवीन, कांस्टेबल शैलेश के साथ उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के लिए निकले थे।
मंगलवार 09 जुलाई दोपहर को हरिद्वार से दिल्ली लौटने के दौरान ज्वालापुर में हाईवे पर झिलमिल ढाबा के पास तीन चार युवकों ने उनकी प्राइवेट कार रोक ली और गाड़ी की चाबी निकालने लगे। आरोप है कि युवकों ने बदतमीजी करते हुए गाड़ी साइड लगाने को कहा।
कार चला रहे हेड कांस्टेबल राजेंद्र ने गाड़ी साइड में लगाई तो आरोपितों ने बताया कि वह फाइनेंस वाले हैं और कार की ईएमआई टूटी हुई है, इसलिए कार उठाई जाएगी। आरोप है कि पुलिस टीम ने उनसे परमिशन मांगी तो उन्होंने गाली-गलौच शुरू कर दी।
पुलिसकर्मियों ने अपना परिचय देते हुए दिल्ली पुलिस का आई कार्ड भी दिखाया, लेकिन उन्होंने गाली गलौच व धक्का मुक्की करते हुए अपने 10 से 12 और साथियों को बुला लिया। स्कूटी और बाइक पर लाठी डंडे लेकर पहुंचे आरोपितों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
मजबूरी में पुलिसकर्मी ने जब सरकारी पिस्टल दिखाई, तब उन्होंने मारपीट बंद की और गाली-गलौच करने लगे।लोकल पुलिस को फोन करता देख, आरोपित दिल्ली पुलिस का आई-कार्ड छीन कर अपनी गाड़ियों से फरार हो गए। घायल पुलिसकर्मी राजेंद्र और शैलेश का मेडिकल कराने के बाद पुलिस को तहरीर दी गई। जानकारी देते हुए ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी रमेश सिंह तनवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मारपीट, लूट का प्रयास, सरकारी में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि भाजपा राज में लूटमार चरम पर है, जबतक पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग नियमावली के अनुरूप न होकर निरंकुश तरीके से होगी तो यही स्थितियाँ पैदा होंगी।