शिवपुरी। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना निर्माण से प्रभावित गाँव कर्थ, खगलिया, व्यासी, के मूल निवासियों ने रेल परियोजना के खिलाफ 26 फरवरी से आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में पहाड़ के अंदर बनाई गई सुरंग की वजह से कर्थ, खगलिया व्यासी आदि गाँव के मकानों में दरारें आ गईं हैं, जिससे ये भवन रहने के लिए असुरक्षित हो गए हैं।
गाँव वालों ने इस इस संबंध में जगह जगह शिकायत भी की मगर कहीं से भी कोई राहत नहीं मिली।
इस रेल परियोजना की वजह से कई गाँव के मकान असुरक्षित हो गए हैं मगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को लगता है कि इनसे उनके वोट बैंक को कोई खतरा नहीं है, इसलिए इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार को मिल रहे भारी भरकम बहुमत के कारण पहाड़ की आवाज की अब कोई सुनवाई नहीं हो रही है, पहाड़ में पौड़ी से जोशीमठ तक लोग अपनी समस्याओं के निवारण के लिए धरने प्रदर्शन तक कर रहे हैं, मगर ये धरने प्रदर्शन भी अब दबाव के चलते अब मीडिया में भी नहीं आ पा रहे हैं।