ऋषिकेश। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने टिहरी विस्थापितों को दिए गए भूखंडों पर उनके मालिकाना हक देने की मांग की।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के महासचिव संजय बुडाकोटी ने कहा कि इतने सालों बाद भी टिहरी विस्थापितों को उनके मालिकाना हक नहीं दिया गया है । उन्होंने कहा कि टिहरी विस्थापितों को पशुलोक ऋषिकेश और पथरी हरिद्वार में भूखंडों पर कब्जा दिए जाने के इतने सालों बाद भी उनका मालिकाना हक नहीं दिया गया है, जिस वजह से कई विसंगतियां उत्पन्न हो गई हैं। संजय बुडाकोटी ने कहा कि मालिकाना हक न होने की वजह से प्राधिकरण उन्हें नियम अनुसार निर्माण की अनुमति नहीं दे रहा है, जिस वजह से कई टिहरी विस्थापितों को औन दामों में जमीन बेचनी पड़ रही है ।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार रातों-रात अवैध झुग्गी झोपड़ियों वालों को बसाए रखने के लिए अध्यादेश लेकर आ सकती है। पश्चिमी पाकिस्तान के लोगों के द्वारा नजूल भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को वैध करने के लिए कानून ला सकती है, तो फिर टिहरी विस्थापितों को परेशान क्यों किया जा रहा है?
उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस की मिलीभगत के कारण, कभी-कभी ऐसा महसूस होता है की गढ़वाली कुमाऊनी इस प्रदेश में बाहरी हैं, और पाकिस्तानी और रोहिंग्या इस प्रदेश के मूल निवासी हैं।