चिन्यालीसौड़। सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के बाद फंसे मजदूरों को निकालने के लिए जो भाजपा के शासन प्रशासन ने वहां के स्थानीय होटल और ढाबे वालों की सुविधाओं का भरपूर उपयोग किया।
वहाँ के ढाबे और होटल मालिकों ने घटनास्थल पर पहुंचे तमाम लोगों को रहना खाना उपलब्ध कराया। सिल्क्यारा सुरंग हादसे को ढाई माह से अधिक बीत गया है, लेकिन उस आपदा के बीच वहाँ पहुँचेे लोगों को रहने खाने की सेवाएं उपलब्ध कराने वाले होटल स्वामियों को अभी तक उनके बकाए का भुगतान भाजपा सरकार ने नहीं किया गया है।
12 नवंबर 2023 को सिल्क्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन हादसे के बाद 41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे। उन्हें बाहर निकालने के लिए केंद्र सहित प्रदेश सरकार की पूरी मशीनरी सेल सिलक्यारा में तैनात रही। 17 दिन तक इन सभी के खाने और रहने की व्यवस्था सिलक्यारा से लेकर मैहर गांव, ब्रह्मखाल, डुंडा, चिन्यालीसौड़ और मातली तक के होटल और ढाबों पर की गई थी। लेकिन ढाई महीने बीतने के बाद भी होटल और ढाबों के बिलों का भुगतान भाजपा सरकार ने अभी तक नहीं किया है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी पर जुर्माना लगाना चाहिए था, और उसे ब्लैक लिस्ट करना चाहिए था, क्योंकि उसके द्वारा नियमों का पालन न करते हुए सुरंग में कार्य कर रहे मजदूरों की जिंदगी को खतरे में रखा जा रहा था। अगर कोई छोटी-मोटी फैक्ट्री इस तरीके की गलती करती तो वह अब तक सीज हो गई होती और उस पर भारी भरकम जुर्माना भी लगा दिया गया होता।
मगर नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी से भारतीय जनता पार्टी को विशेष प्रेम है इसलिए इस कंपनी पर इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई और उस समय काम आए होटल और ढाबे वालों का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के उपाध्यक्ष पूरण सिंह भंडारी ने कहा कि भाजपा सरकार को इस आपदा प्रबंधन में आए संपूर्ण खर्च को मय जुर्माना कंपनी से वसूल करना चाहिए, और जिन लोगों ने उस समय आपदा प्रबंधन विभाग की मदद की, उन लोगों के पैसे शीघ्र दिलवाने चाहिए, नहीं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस जुर्म में भाजपा सरकार भी कंपनी के सह-भागीदार है।