गोपेश्वर। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने भू धसांव क्षेत्र में डेंजर जोन के निर्धारण करने के आधार का खुलासा करने की मांग की। सोमवार को बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री को 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा ।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने कहा कि 20 जनवरी को आपदा सचिव की ओर से विस्थापन को लेकर रखे गए प्रस्ताव के बाद जनता में आक्रोश है।
अतुल सती ने कहा कि जोशीमठ में जितना क्षेत्र अति संवेदनशील घोषित किया गया है, वह तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके निर्धारण की पद्धति का खुलासा होना चाहिए।
अतुल सती ने मांग उठाई कि केंद्र सरकार के विस्थापन एवं पुनर्वास नीति 2007 को आधार बनाकर जोशीमठ के विस्थापन को लेकर एक व्यापक नीति बनाई जाए। उन्होंने सेना के कब्जे वाली भूमि को विस्थापन के लिए उपयोग में लाने , आपदा के समय लोगों को हुए नुकसान की शीघ्र भरपाई करने आदि की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में कमल रतूड़ी, हरीश भंडारी, हरेंद्र राणा, अरविंद नेगी, शैलेंद्र पवार आदि मौजूद थे।