श्रीनगर। गुलदार की धमक बीते कुछ दिनों में श्रीनगर के आसपास के इलाकों में लगातार बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को नैथाना गांव की मेघा (28)और सुमित्रा देवी (31) जब जंगल से लौट रही थी, उस दौरान गुलदार ने इन दोनों पर हमला कर घायल कर दिया। दोनों महिलाओं के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया। यह घटना दोपहर के 12:30 बजे की है। इसके 20 मिनट बाद करीब आधा किलोमीटर दूर अन्य महिलाओं के साथ घास बांध रही संपत्ति देवी उम्र 60 वर्ष पर हमला कर उन्हें भी घायल कर दिया। पड़ोस की महिलाओं ने शोर मचाया तो बाघ वहां से भाग खड़ा हुआ।
उधर कीर्ति नगर के डांग गांव में गुलदार ने मंदिर में रह रही सन्यासिनी बसंत गिरी उम्र 90 वर्ष पर हमला कर घायल कर दिया।
देर श्याम कीर्ति नगर के रामपुर के पास पेंडुला गांव में प्रकाशी देवी उम्र 60 वर्ष गौशाला गई हुई थी, कि अचानक गुलदार ने उन पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
उप जिलाधिकारी सोनिया पंत ने बताया कि इस क्षेत्र में एक ही दिन में हुई इतनी घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है।
गुलदार के हमले को देखते हुए नैथाना व डांग गांव के विद्यालय 23 फरवरी को बंद रहेंगे।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि ऐसे हमलावर बाघों को करने या बंद कर देने से समस्या का समाधान नहीं होगा समस्या का समाधान भाजपा सरकार को उच्च स्तर पर निकलना पड़ेगा इसके लिए वह जरा भी गंभीर नहीं है और इसीलिए पहाड़ों में लगातार बाघों के हमले हो रहे हैं और सरकार फेस सेविंग के नाम पर बाघ को करने का आदेश दे दे रही है जो की जंगली जानवरों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों के साथ भी अन्याय है।