देहरादून। उत्तराखण्ड की अस्थायी राजधानी देहरादून में पिछले कुछ सालों से शिक्षण संस्थाओं में ड्रग्स के कारोबार में लगातार तेजी देखने को मिली है। ड्रग्स ने देहरादून के शिक्षण संस्थानों के बच्चों को गिरफ्त में ले लिया है। देहरादून में ड्रग्स का कारोबार बेहताशा बढ़ा है इसकी पुष्टि कल देहरादून पुलिस द्वारा उत्तराखण्ड में अब तक पकड़ी गई एलएसडी ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप पकड़ कर की है।
देहरादून पुलिस ने हाई प्रोफाइल ड्रग्स लिसार्जिक एसिड डाई एथिलेमाइड (एलएसडी) और हीरोइन के साथ कोबरा गैंग के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनकी सप्लाई ड्रग्स माफिया देहरादून के शिक्षण संस्थानों के छात्रों को करने वाले थे। तीनों आरोपी डार्क वेब के माध्यम से बेंगलुरु के ड्रग डीलर के संपर्क में थे। ड्रग डीलर उन्हें करियर के माध्यम से एलएसडी और हीरोइन भेजता था। पुलिस इन आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश में तेजी से जुटी हुई है।
देहरादून के कप्तान अजय सिंह ने बताया कि प्रेम नगर थाना पुलिस को सूचना मिली थी, कि कुछ युवक यहां पर एलएसडी की सप्लाई करने वाले हैं। पुलिस ने नंदा की चौकी पर बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू कर दी। इस बीच दो कारों को रोका गया, जिसमें यह तीन युवक सवार थे। कारों से एलएसडी की 2058 बोतल जो करीब 02 करोड रुपए कीमत की थी, बरामद हुई। इसके अलावा 06 ग्राम हीरोइन तथा एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू भी मिला। पुलिस ने दोनों कार भी सीज कर दी हैं। आरोपियों का नाम रजत भाटिया और शिवम अरोड़ा, निवासी हकीकत नगर, सहारनपुर और कृष गिरोटी, निवासी ईदगाह, चकराता रोड, देहरादून बताया गया है। बताया गया है कि तीनों एक दूसरे से पार्टी में मिले थे। इसके बाद कोबरा गैंग से जुड़ गए। कोबरा गैंग ने ही उन्हें एलएसडी सप्लाई करने का काम दिया। तीनों शिक्षण संस्थानों में एलएसडी की सप्लाई करने लगे। रजत बेंगलुरु के एलएसडी डीलर से डार्क वेब के माध्यम से कोरियर से एलएसडी मंगवाता है। कृष गिलोती छात्र है।जबकि शिवम पूर्व छात्र है, और यह पार्टियों में ड्रग सप्लाई करते हैं।
देहरादून के पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने एक बड़े ड्रग डीलर का नाम बताया है, जल्द उसे गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में पकड़ी गई एलएसडी की यह अब तक की सबसे बड़ी मात्रा है। कोबरा गैंग पर पुलिस लगातार नजर बनाए रखे हैं।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सनातन धर्म की रक्षाकी बात तो कहती है, मगर जिस तरह से देहरादून में शिक्षण संस्थानों में मादक पदार्थों की बिक्री हो रही है, वह बताता है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सनातन धर्म के संस्कारों से कोई लेना देना नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में नशे कारोबारियों का फलना फूलना दुर्भाग्यपूर्ण है।