राँची। प्रवर्तन निदेशालय ने झारखण्ड में कांग्रेस के विधायक आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीवलाल के नौकर के घर से करीब 30 करोड रुपए की नकदी बरामद की है।
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक यह नकदी गढ़ीखाना चौक के पास एक मकान में बड़े-बड़े बैगों में भरकर रखी गई थी। जिस कमरे में पैसे मिले,संजीव लाल का नौकर जहांगीर इस कमरे में रहता है। आलमगीर आलम कांग्रेस के कोटे से झारखंड में मंत्री हैं और पाकुड़ सीट से विधायक हैं।
ईडी के सूत्रों के मुताबिक मशीनों से करीब 30 करोड रुपए गिने जा चुके हैं। इतनी बड़ी रकम को ले जाने के लिए एक बड़ा ट्रक मंगाया गया है। जब्त की गई राशि में अधिकतर ₹500 के नोट है। कुछ गहने भी जब्त किये गए हैं। इस मामले में 06 परिसरों को खंगाल गया है। इनमें से दो परिसरों में क्रमशः 2.39 करोड रुपए तथा 10 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। एक अन्य ठिकाने पर छापे में 03 करोड़ की नकदी भी ईडी ने जब्त की है।
ईडी ने पिछले साल गिरफ्तार ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह छापे मारे हैं। आरोप है कि वीरेंद्र कुमार राम ने ठेकेदारों को निविदायें आवंटित करने के बदले कमीशन के नाम पर ये आय अर्जित की थी। ईडी ने पिछले साल अप्रैल में उनकी 39 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी। सोमवार देर रात ईडी ने निजी सचिव संजीव लाल को भी गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने संजीव लाल के नौकर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
उधर आलमगीर आलम ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ईडी की जांच पूरी होने से पहले किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं है। मैंने टीवी में देखा है कि वह परिसर जहां से नगदी बरामद हुई है, सरकार की ओर से मुझे मिले निजी सचिव से संबंधित है। संजीव लाल एक सरकारी कर्मचारी हैं, वह पूर्व में दो मंत्रियों के निजी सचिव रह चुके हैं। हम आमतौर पर अनुभव के आधार पर निजी सचिव की नियुक्ति करते हैं।