कोटद्वार। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा की डबल इंजन सरकार दर असल खनन माफिया सरकार है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि मोदी धामी की डबल इंजन की भाजपा सरकार खनन की उगाही में इतनी मस्त है कि, सरकार को जितने की खनन के चुगान से राजस्व प्राप्ति नहीं होती है, उससे कई गुना अवैध खनन से होने वाले नुकसान की पूर्ति में खर्च हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पहले सुखरो पुल का पिलर इसी अवैध खनन के कारण हिला। मालन नदी का पुल गिर गया, खो नदी पर बने झूला पुल बस्ती के निकट के पुल की अप्रोच गिर गई। मगर मोदी धामी सरकार को तब भी होश नहीं आया और अब सिद्धबली पुल के खंबे के नीचे किए गए अवैध खनन से खंबे की बुनियाद बह गई है और इस बरसात में कभी भी गिर सकती है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को सुरक्षा दीवार के टेंडरों की चिंता तो है,मगर अवैध खनन से गिरने की कगार पर पहूँचे पुल की चिंता नहीं है। पुल के नीचे तीन से चार मीटर तक किए गए अवैध खनन के कारण पुल की बुनियाद साफ नजर आ रही है।
उन्होंने कहा कि नदी में चल रही मशीनों की अभी तक अनुमति नहीं ली गई है, अधिकारी नियमों का पालन करने को कहते हैं तो डबल इंजन का दबाव आ जाता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन इस डबल इंजन के दबाव में इस कदर है कि अवैध खनन का विरोध करने वालों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करा जनता को आवाज न उठाने देने के लिए डराने की कोशिश करता है।
उन्होंने कहा कि देवेंद्र अधिकारी, भुवन पोखरिया, पपेंद्र उर्फ भीम, राजीव गौड़, मुजीब नैथानी आदि इन सभी लोगों के खिलाफ अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने के एवज में पुरस्कार स्वरूप डबल इंजन सरकार ने झूठे मुकदमें दर्ज करायें हैं। उन्होंने कहा इससे जनता की आवाज तो दबाने की कोशिश की जा सकती है मगर पुलों के गिरने से होने वाले नुक्सान की पूर्ति नहीं की जा सकती है ।