नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा कैसे शुरूआती दिन में ही विपक्ष मोदी सरकार पर नीट यूजी घपले मामले पर हमलावर हो गया। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे तमाम नव निर्वाचित विपक्षी सांसदों ने कहा कि सरकार को नीट यूजी मामले के घपले में संसद में जवाब देना चाहिए।
सपा अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अपने लोगों को खुश करने के लिए परीक्षा के पर्चे लीक करवाती है। यह बीजेपी का पुराना तरीका है। आप जानबूझकर पेपर लीक करवा रहे हैं, ताकि नौजवानों को नौकरी और उन्हें उनके आरक्षण का हक ना मिल पाए।
विपक्षी सांसद कनिमोझी ने कहा कि केंद्रीय कृत परीक्षाओं की साख पर सवाल खड़ा हो गया है। परीक्षायें कराने का अधिकार राज्यों को वापस दे दिया जाना चाहिए।
उधर बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पेपर लीक विवाद के मद्देनजर नीट को खत्म करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि राज्यों की ओर से परीक्षा आयोजित करने की पुरानी प्रणाली को बहाल करने पर विचार किया जाना चाहिए।
नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि पीएम मोदी को संसद में विपक्ष पर हमला करने की बजाय नीट विवाद पर अपनी छुट्टी तोड़नी चाहिए। वहीं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नीट में धांधली छात्रों के खिलाफ एक बड़े अपराध की तरह है।