कोटद्वार। कण्वाश्रम मवाकोट वन मार्ग पर लाखो रुपये लागत से लगी इंटर लॉक टाइल एक बरसात नही झेल सकी। इंटर लॉक टाइल कहीं धस गयी तो कहीं टूट गयी है, ऐसे में कार्यदायी संस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
कण्वाश्रम मवाकोट मार्ग पर 60 लाख रुपये लगभग की लागत से इंटर लॉक टाइल लगाने का कार्य वर्ष 2024 जून माह में शुरू हुवा था। दो माह का समय बीत जाने के बाद कार्य पूरा भी नही हुआ कि सड़क कहीं धसने लगी तो कही सड़क टूटने लगी।
जबकि कार्य शुरू होने के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कार्यदायी संस्था को गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशो के बाद भी कार्यदायीं संस्था के कानो में जूं तक नहीं रेंगी।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के सचिव एडवोकेट जगदीश चंद्र जोशी ने कहा कि भाजपा नेताओं के बोलने और असलियत में जमीन आसमान का फर्क होता है। मोदी कार्यकाल में बने पुल और निर्माण अभी से धवस्त होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने के पुल और निर्माण आज भी अपनी जगह पर हैं पर भाजपा शासनकाल में बने पुलों को दुबारा बनाया जा रहा है और जहां दो पिलर बदलने से काम चल जाता वहां अन्य पिलरों को बदल कर समय और सरकारी धन का अपव्यय किया जा रहा है।