अल्मोड़ा – अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लॉक में सड़क निर्माण के नाम पर अवैध खनन और हरे पेड़ों की कटाई का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी अल्मोड़ा आलोक कुमार पाण्डेय के निर्देश पर सोमवार सुबह प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और जांच के दौरान पाया कि वन पंचायत की भूमि पर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष द्वारा अवैध रूप से रिजॉर्ट का निर्माण किया जा रहा है, इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने रिजॉर्ट को सील कर निर्माण कार्य रोकने के आदेश दिये।
गांव के निवासी मोहन राणा ने रविवार को अवैध खनन और पेड़ों की कटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और मौके पर जांच टीम भेजी गई। जांच के दौरान वन विभाग की टीम को मौके पर अवैध खनन के सबूत मिले।
जांच के दौरान जब प्रशासनिक और वन विभाग की टीम गांव की सरपंच के पास गई, तो उन्होंने जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए रिजॉर्ट को सील करने की प्रक्रिया पूरी की।
प्रशासन की जांच में पता चला कि निर्माण स्थल से 93.64 घन मीटर पत्थर निकाला गया था। एसडीएम ने अवैध कब्जा हटाने और जुर्माना लगाने के निर्देश जारी किए हैं। डीएम आलोक कुमार पांडे ने कहा कि पहाड़ों में अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस तरह की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ग्रामीणों के साथ विवाद को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन की जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, मैं उन्हें स्वीकार करूंगा। मेरे खिलाफ हुई कार्रवाई पर कोई आपत्ति नहीं है।”