चिन्यालीसौड़। टिहरी जिले के प्रताप नगर क्षेत्र के 42 गाँवों को जोड़ने वाले आर्क ब्रिज के दोनों हिस्से झुक गए हैं। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पुल से छोटे वाहनों की आवा जाही जारी रहेगी। टिहरी झील पर देवीसौड़ में बने 160 मीटर लंबे आर्च ब्रिज की उम्र अभी ज्यादा नहीं हुई है। सितंबर 2018 में इसका लोकार्पण किया गया था। इसके निर्माण में करीब 52.75 करोड रुपए की लागत आई थी।
इस पुल के निर्माण के लिए स्थानीय गाँव वालों ने लंबी लड़ाई लड़ी थी। बताया जा रहा है कि पुल की भार क्षमता मात्र 24 टन है, लेकिन इस पर 30 टन से अधिक भारी वाहनों की आवाज आई भी हो रही थी।
लोक निर्माण विभाग का कहना है की रखरखाव के अभाव में पुल के दोनों हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुल पर गार्डर से वेल्डिंग कर केवल छोटे और चौपहिया और दोपहिया वाहनों की आवा जाही को सुचारू किया गया है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने इस मामले में भ्रष्टाचार की आशंका जताई कि मात्र साढ़े पांच साल में पुल के यह हालत हो गए हैं। अगर पुल पर 30 टन से ऊपर माल की आवा जाही हो रही है तो पुलिस और प्रशासन क्या देखरेख कर रहे हैं? साथ ही साथ यदि 30 टन पहाड़ों पर लेकर आया जाना वर्जित नहीं है, तो पुल को 24 टन की क्षमता के हिसाब से क्यों बनाया गया। उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने पुल निर्माण की जांच करने की मांग की।