कोटद्वार। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी को कोतवाली पौड़ी पुलिस ने बीते दिनों गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, साथ ही उनपर पुलिस से बदसलूकी धक्का मुक्की और वर्दी फाड़ने का एक और केस भी दर्ज किया गया है। आशुतोष नेगी अंकिता भंडारी हत्याकांड में असली हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए लगातार सक्रिय रहे हैं, और निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक इस मामले की पैरवी कर रहे हैं।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कहा कि आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी की टाइमिंग बता रही है कि पुलिस ने आशुतोष को किस वजह से गिरफ्तार किया है। आशुतोष नेगी पर धक्का मुक्की और वर्दी फाड़ने का आरोप भी मनगढंत लग रहा है, क्योंकि उनकी गिरफ्तारी का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें नारे तो युवा लगा रहे हैं, मगर ऐसा कोई साक्ष्य वायरल वीडियो में नहीं है जैसा कि आरोप लगाया गया है।
उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि पहले आशुतोष नेगी की पत्नी का नियम विरुद्ध स्थानांतरण करना और फिर डेढ़ साल पुराने मामले में गिरफ्तारी बताता है कि भाजपा सरकार की असली मंशा क्या है।
उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की लड़ाई आशुतोष नेगी को जेल भेजने के बाद और मजबूत होगी और हत्यारे न केवल आज नहीं कल बेनकाब होंगे और सलाखों के पार होंगे।